नागौर. आज दोपहर नागौर में विधायक हनुमान बेनीवाल की भतीजी डॉ अनिता बेनीवाल ने प्रेस को बताया कि वे विधायक बेनिवाल जी के सामने बीजेपी से चुनाव लड़ेंगी ! उनका कहना था कि बिजेपी आलाकमान ने उनके यहाँ टिकट पर मुहर लगा दी है लेकिन अगर बिजेपी टिकट नही भी देती है तो भी वे हनुमान बेनीवाल का डटकर मुकाबला करेंगी !
आपको बता दें कि यह बोल विधायक बेनीवाल की भतीजी अनिता बेनीवाल के है जो खींवसर से उनके सामने चुनाव लड़ने की प्रबल इच्छा दर्शा रही है !
देखिए यह पूरा वीडियो क्या कहा अनिता बेनिवाल ने-
आपको बता दें कि यह बोल विधायक बेनीवाल की भतीजी अनिता बेनीवाल के है जो खींवसर से उनके सामने चुनाव लड़ने की प्रबल इच्छा दर्शा रही है !
देखिए यह पूरा वीडियो क्या कहा अनिता बेनिवाल ने-
भाजपा की हनुमान बेनीवाल के घर में ही आग लगाने की योजना....भतीजी को कर रहे हैं तैयार
नागौर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे हर विधानसभा क्षेत्र में रोजाना नए समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ नए चेहरे और दावेदार भी लगातार उभर कर सामने आ रहे हैं. ऐसे में नागौर जिले के खींवसर विधानसभा सीट पर इस बार रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है.
खींवसर सीट से निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल के सामने उनकी ही भतीजी डॉ. अनिता बेनीवाल ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. जानकारी के मुताबिक डॉ. अनिता भाजपा के टिकट से खींवसर में चुनाव लड़ेंगी. हालांकि अभी तक भाजपा ने टिकट की सूची जारी नहीं की है लेकिन आज खुद डा. अनीता बेनीवाल नागौर में मीडिया से रूबरू हुई और उन्होंने कहा कि खींवसर में जितना विकास होना चाहिए था. वर्तमान जनप्रतिनिधि उतना विकास नहीं करा पाए हैं. उन्होंने सीधे-सीधे विधायक हनुमान बेनीवाल के कार्यकाल पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जनता पिछले 10 साल में परेशान हैं. उनकी उन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया जिनका कि वास्तव में होना चाहिए था और जनता ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए आग्रह किया है.
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अनिता ने कहा कि खींवसर की जनता चाहती है कि वह चुनाव लड़े और इसी के मद्देनजर डॉ. अनिता ने ऐलान कर दिया है कि वह खींवसर से विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है. दूसरी ओर खींवसर जहां हनुमान बेनीवाल का एक छत्र राज है और प्रदेश के कई इलाकों में भी वह अपनी सक्रियता के कारण अपना प्रभाव रखते हैं तो चुनाव में भाजपा और कांग्रेस उन्हें घेरने के हिसाब से अपनी अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं.
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